राहुल तिवारी, एएनएम न्यूज़ : सरकारी राजस्व को छोड़िये आबकारी विभाग की निजी राजस्व यानी की खुल्ला वसूली के कारण क्षेत्र में एक दो नहीं सैकड़ो अवैध शराब की दुकान संचालित हो रही है, इतना ही नहीं सरकारी दुकानों को तो मनो नंगी नाच का लाईसेंस मिल गया है।
ऍफ़ एल ऑफ हो या ऍफ़ एल ऑन या बार किसी को भी टाईमिंग निर्देशिका का पालन नहीं करना है। किसको बैठाकर पिलाना है, किसे बोतल बेचना है यह बोलना भी बेकार है।अगर इसमें झोल नहीं है तो दुकान के सामने टायमिंग और नियम कानून की निर्देशिका क्यों नहीं है?
विडम्बना यह है की सरकारी जनवितरण प्रणाली की दुकान भी टाइम के साथ खुलता और बंद हो जाता है, फिर शराब दुकान वाले इतना मनबढ़ू क्यों? मैथन डैम से लेकर कल्याणेश्वरी, डिबूडीह, देन्दुआ, सालानपुर, रूपनारायणपुर, सामडीह, लालगंज, गौरांगडीह, बाराबनी, नूनी, पचगछिया, अल्लाडीह, जेमारी समेत अन्य दर्जनों क्षेत्र में हजारों की संख्या में अवैध शराब की दुकान संचालित हो रही है, लाईसेंस की आवस्यकता नहीं बस आबकारी को मंथली दीजिये और भय मुक्त व्यवसाय कीजिये।
इसमें सरकारी दुकानों पर आबकारी विभाग ज्यादा मेहरबान है। चुकी स्टाक मेंटेन और रजिस्टर इंट्री में बड़ा झोल होता है। खास कर रेस्टुरेंट कम बार वाले भाईसाहब को बोतल और पेटी बेचने की अनुमति नहीं होती है, ऐसे में उन्हें आबकारी देवता की सरण में जाना पड़ता है, यहाँ रिश्वत देते ही आपको अनलिमिटेड टाइम और अथाह बिक्री करने की अनुमति मिल जाती है। पुरे प्रकरण में स्थानीय पुलिस को भी मनचाही मुराद मिल जाती है, फिर सबकुछ ‘ऑल इज वेल’।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण रूपनारायणपुर सामडीह रोड स्थित मौचाक रेस्टुरेंट कम बार है, इनके पास लाईसेंस के साथ सुपरपावर है। इन्हें किसी का डर नहीं आधी रात तक दुकानदार सड़क पर बार कोड स्केनर(ऑनलाइन भुकतान) मशीन लेकर सड़क पर घूमता रहता है, बार वाले बोतल की बोतल ले दारू दे दारु, इस सीनाजोरी की खबर करने गए पत्रकारों को भी नहीं बख्शा गया, गाली गलोज और गाड़ी से उतार कर मारने की धमकी दी गई, गाड़ी घेर लिया गया। घटना के बाद स्थानीय पत्रकारों ने बाहुबली शराब दुकान संचालक दक्षिण मंडल और उसके सुपुत्र किशोर मंडल के खिलाफ रूपनारायणपुर पुलिस फाड़ी में लिखित शिकायत दर्ज करायी है, पुलिस ने कहा की मामले को लेकर आरोपी के विरुद्ध धारा 107 के तहत मामला दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है। इधर मामले के बाद पुलिस द्वारा आरोपी दक्षिण मंडल और उनके पुत्र को थाना बुलाया गया, किन्तु दक्षिण मंडल का रुवाब और तेवर तब भी परवान पर था, उन्हें कोई भी गलती का एहसास नहीं था, उन्होंने स्वय ही रूपनारायणपुर फाड़ी प्रभारी अरुणाभ भट्टाचार्य से ताव में कहा की आप आबकारी अधिकारी(बाराबनी सर्कल) से बात कर लीजिये, जहाँ पुलिस ने कहा आपके विरुद्ध पहले कई बार शिकायत मिल चूका है, हम जाँच कर कार्यवाही करेंगे।
इस मुद्दे पर कुछ खास लोगों ने अपने विचार रखे हैं :-
* सत्यजित अधिकारी (अधिवक्ता आसनसोल जिला न्यायालय सह विसिस्ट समाजसेवी) : कमिश्नरेट गठन के बाद भी अपराध कम नहीं हुआ, क्षेत्र में चाय दुकान से अधिक शराब की अवैध दुकान है, आबकारी नियम के अनुसार रात 10 बजे सभी बार और सरकारी शराब दुकान बंद हो जाना चाहिए, अधिकांस बार रात 11 बजे में बाद भी खुला रहता है, इसपर पश्चिम बर्दवान जिलाधिकारी को ध्यान देने की आवस्यकता है।
* निरापद्दो पॉल (पूर्व रूपनारायणपुर बाज़ार व्यवसायिक समिति अध्यक्ष) : पहले भी कई बार उस बार से लडाई झगडा और मरपिट की सुचना मिली है, इसको लेकर कई बार लोगों ने मुझे भी शिकायत किया है, समय नियन और टाईम का पालन होना चाहिए पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार निंदनीय है, पुलिस को पुरे मामले को लेकर ध्यान देना चाहिए।
* अमित गोराई (भाजपा राज्य युवा नेता) : जिस राज्य सरकार की निति ही है, हर पंचायत में एक शराब दुकान,इसको सरकार उपलब्धि समझती है,पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है उसके साथ धमकी और रंगदारी सरकार का दिवालियापन दर्शाता है, स्थानीय पुलिस से निवेदन है, दोषी शराब दुकान संचालक के विरुद्ध शख्त कार्यवाही होनी चाहिएम।
* अपराजिता कर्मकार (रूपनारायणपुर ग्राम पंचायत 15 सदस्य) : बार संचालक को टाईम टेबल और नियम का पालन करना होगा,स्थानीय पुलिस प्रसाशन को इसके लिए शिकायत किया जायेगा, पत्रकारों के साथ जो व्यवहार किया गया है, वो अनुचित है, संचालक को मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए, मामलें को लेकर सभी अवगत कराया जायेगा-
* भोला सिंह (सालानपुर ब्लॉक तृणमूल कांग्रेस उपाध्यक्ष) : अगर बार संचालक देर रात तक अवैध रूप से शराब बेचता है, तो पुलिस प्रशासन को जरुरकार्यवाही करना चाहिए , पहले की कुछ शिकायत मिली है, प्रशासन को शिकायत मिलने के बाद जाँच की जा रही है, मामले में उचित कार्यवाही की जाएगी, किसी के साथ भी ऐसा दुर्व्यवहार बर्दास्त नहीं किया जायेगा।