सातग्राम परियोजना में विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

ईसीएल के सातग्राम-श्रीपुर क्षेत्र के अंतर्गत सातग्राम परियोजना में विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। जामुड़िया क्षेत्र के जोबा ग्राम समिति के लोगों ने खदान प्रबंधक को लिखित रूप में अपनी मांगें दीं।

author-image
Jagganath Mondal
New Update
Satgram project

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: ईसीएल के सातग्राम-श्रीपुर क्षेत्र के अंतर्गत सातग्राम परियोजना में विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। जामुड़िया क्षेत्र के जोबा ग्राम समिति के लोगों ने खदान प्रबंधक को लिखित रूप में अपनी मांगें दीं। इस बारे में पत्रकारों से बात करते हुए गांव के एक युवक जयप्रकाश बाउरी ने बताया कि यहां टीएमसी के मजदूर संगठन कोल माइन वर्कर्स कांग्रेस या केकेएससी के सचिव अशरफ काजी और अध्यक्ष मृत्युंजय मजदूरों से खदान के अंदर जमीन के अंदर से लेकर ऊपर तक काम कराने के लिए ढाई से तीन लाख रुपये की मांग करते हैं।

उन्होंने कहा कि खदान अधिकारियों पर मजदूरों से पैसे मांगने का आरोप लगाया जा रहा है, जबकि सच्चाई यह है कि अशरफ और मृत्युंजय पार्टी और मजदूर संगठन के नाम पर मजदूरों से पैसे मांगते हैं। इसके अलावा यहां बालू चोरी और लकड़ी चोरी समेत अन्य अवैध गतिविधियां भी धड़ल्ले से चल रही हैं, लेकिन इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी के नाम पर अपना हित साधने की कोशिश की जा रही है।  जब स्थानीय लोग इसका विरोध करते हैं तो उन पर भाजपा या अन्य विपक्षी पार्टी का कार्यकर्ता होने का आरोप लगाया जाता है, जबकि सच्चाई यह है कि आज जो लोग यहां केकेएससी संगठन को चला रहे हैं, वही लोग हैं जो 2014 में पार्टी में शामिल हुए थे। 

उन्होंने कहा कि यह खदान इस गांव की खदान है और वह चाहते हैं कि यह खदान सुचारू रूप से चले क्योंकि इस खदान के जरिए लोगों को रोजगार मिल रहा है और यह खदान यहां की आर्थिक स्थिति को सही रखने में योगदान दे रही है। ऐसे में आज उन्होंने खदान के प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें बताया कि गांव के लोग इस खदान को सुचारू रूप से चलाने के लिए हर तरह से सहयोग करेंगे। वह कभी नहीं चाहते कि कुछ गलत लोगों की वजह से खदान के संचालक को नुकसान पहुंचे। उन्होंने कहा कि जो लोग पार्टी के नाम पर अवैध गतिविधियां कर रहे हैं उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उनके बारे में संगठन और प्रशासन के हर स्तर पर शिकायत की गई है।

उन्होंने साफ तौर पर कहा कि खदान को सही तरीके से चलाना है और जिस व्यक्ति को किसी काम के लिए नियुक्त किया गया है उसे उसके पद के अनुसार काम देना होगा और किसी भी तरह की अवैध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले एंबुलेंस के अभाव में एक महिला की मौत हो गई थी। उन्होंने खदान अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी।