मौत का घर, रात में अपना घर छोड़कर बाहर क्यों रह रहे लोग?

वह इसलिए क्योंकि केंदा गांव के बगल में ईसीएल का ओसीपी है। जिसकी ब्लास्टिंग (blasting) से घर टूट रहे हैं। किसी भी वक्त खतरनाक दुर्घटना हो सकती है। जामुड़िया के केंदा फांड़ि अंतर्गत केंदा गांव ईसीएल ब्लास्टिंग के कारण मौत का घर बन गया है।

author-image
Sneha Singh
New Update
protested

टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: जामुड़िया विधानसभा (Jamudiya assembly) के केंदा गांव के ग्रामीणों को इस ठंड के मौसम (cold weather) में भी रात में अपना घर छोड़ना पड़ता है। लेकिन सवाल यह है कि ग्रामीण रात में अपना घर छोड़कर बाहर क्यों रहते हैं? वह इसलिए क्योंकि केंदा गांव के बगल में ईसीएल का ओसीपी है। जिसकी ब्लास्टिंग (blasting) से घर टूट रहे हैं। किसी भी वक्त खतरनाक दुर्घटना हो सकती है। जामुड़िया के केंदा फांड़ि अंतर्गत केंदा गांव ईसीएल ब्लास्टिंग के कारण मौत का घर बन गया है। स्थानीय निवासी काफी डरे हुए हैं कि कब उनके घर ढह जायगे। किसी भी वक्त मकान गिर सकते हैं और ग्रामीणों की मौत हो सकती है। उन्होंने बार-बार प्रशासन और ईसीएल अधिकारियों को सूचित किया। लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कल रात ब्लास्टिंग की मात्रा इतनी अधिक थी कि ग्रामीणों ने अपना घर छोड़ दिया और बाहर रात बिताई। 

इसलिए आज जामुड़िया थाना अंतर्गत केंदा फाड़ी (Kenda Phadi) में ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन (Protest) शुरू कर दिया। ग्रामीणों से बात करने पर पता चला कि उन्होंने बार-बार ईसीएल अधिकारियों और प्रशासन से संपर्क किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसलिए वह आज केंदा फांड़ि में विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। उनकी मांग है कि उन्हें जल्द से जल्द पुनर्वास दिया जाए।  उन्होंने कहा कि पहले भी ईसीएल अधिकारियों ने 144 घरों के पुनर्वास की सूची दी थी, लेकिन अब तक इसे पूरा नहीं किया गया है।