टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: जामुड़िया विधानसभा क्षेत्र के बोरिंगडागा ग्राउंड पाड़ा निवासी अमर तुरी रोजगार की तलाश में 7 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के लिए घर से निकले थे लेकिन 9 फरवरी से पंजाब के अम्बाला स्टेशन से वह लापता हो गए। वही आज उनके परिजनों को सांत्वना देने घर पहुंचे डीवाईएफआई के सदस्यों ने उनके परिवार के लोगों से बातचीत की। इस संदर्भ में डीवाईएफआई सदस्य बिकाश यादव ने कहा कि 2005 में जब पश्चिम बंगाल में वामफ्रंट की सरकार थी तब स्थानीय युवाओं को नौकरी देने के लिए जामुड़िया में औद्योगिक क्षेत्र का निर्माण किया गया था जहां पर सैकड़ो की तादाद में कंपनियों ने अपने कारखाने लगाए थे और जब तक यहां पर वामफ्रंट की सरकार रही सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था, स्थानीय युवाओं को नौकरी भी मिल रही थी। लेकिन 2011 में जब बंगाल में सत्ता परिवर्तन हुआ उसके बाद यहां पर स्थानीय युवाओं को रोजगार का लाभ मिलना बंद हो गया।
नौबत यहां तक आ गई कि जब कारखाना प्रबंधन यह देख लेता की नौकरी प्रत्याशी स्थानीय है तो उसे यह कहकर नौकरी नहीं दी जाती की कोई रोजगार यहां पर उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि इस वजह से यहां के युवाओं को मजबूरी में अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ा। एक समय था जब दूसरे राज्यों से लोग रोजगार के लिए पश्चिम बंगाल आते थे लेकिन जब से 2011 में सत्ता परिवर्तन हुआ है तब से यहां के युवाओं को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ रहा है और वह इस तरह से मुसीबत का शिकार बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं पश्चिम बंगाल के लिए कलंक की तरह है। विकास यादव ने कहा कि अंबाला में जो उनका संगठन है उनके पदाधिकारीयों के साथ वह संपर्क करेंगे और लापता अमर तूरी के बारे में सारी जानकारी प्रदान करेंगे ताकि जल्द से जल्द उनका पता लगाया जा सके।