नहीं रहेगा अकाल मृत्यु का भय, जानिए कैसे

वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के साथ ही मृत्यु के देवता यमराज(Yamraj) की भी पूजा करें।  उनको पूजा में जल से भरा कलश, मिठाई आदि चढ़ाएं। तिल और शक्कर का दान करें।

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Jagganath Mondal
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no fear of premature death

Know how there will be no fear of premature death

एएनएम न्यूज, ब्यूरो : गौतम बुद्ध (Gautam buddha)का जन्म बैसाख मास की पूर्णिमा के दिन हुआ था। इस दिन को बुद्ध जयंती(buddha Jayanti) के नाम से जाना जाता है। यह बौद्धों के लिए एक विशेष दिन है। वैदिक साहित्य के अनुसार भगवान बुद्ध (Lord Buddha) भी विष्णु के एक अन्य अवतार हैं। वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के साथ ही मृत्यु के देवता यमराज(Yamraj) की भी पूजा करें।  उनको पूजा में जल से भरा कलश, मिठाई आदि चढ़ाएं। तिल और शक्कर का दान करें। ऐसा करने से यमराज प्रसन्न होते हैं और उस व्यक्ति को अकाल मृत्यु (premature death) का भय नहीं रहता है।