एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : आर्थिक रूप से कमजोर घरों की किशोरियों को पैसे का लालच देकर उनसे एग डोनेशन कराने वाले गिरोह का वाराणसी के एक महिला थाने की पुलिस ने पर्दाफाश किया है। सूत्रों के मुताबिक महमूरगंज के एक आईवीएफ सेंटर के जरिये कृत्रिम गर्भाधान कराने के उद्देश्य से किशोरियों का एग डोनेशन कराकर ये गिरोह निःसंतान दंपतियों को ऊंचे दामों पर बेचते हैं। जानकारी के अनुसार जैतपुरा की रहने वाली महिला ने 29 अक्तूबर को महिला थाना में मुकदमा दर्ज कराया। आरोप लगाया कि मोहल्ले की सीमा ने उसकी बेटी का एग डोनेशन कराकर ऊंचे दाम पर बेचा। अस्पताल की ओर से 30 हजार रुपये बेटी को दिए गए लेकिन सीमा ने 30 हजार में से सिर्फ 11500 रुपये मोबाइल खरीदने के लिए बेटी को दिए। शेष पैसा कमीशन के तौर पर रख लिए। अस्पताल के लोग गिरोह के सदस्यों से मिले हुए हैं। इनका लाइसेंस निरस्त हो। किशोरी की मां ने पुलिस के सामने हाथ जोड़ते हुए कहा कि मेरी कुंवारी बेटी के साथ जो हुआ, वह किसी और बेटी के साथ न हो। इसलिए आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले और चिकित्सक, स्टाफ सभी गिरफ्तार होने चाहिए।
पुलिस ने बुधवार को गिरोह में शामिल दंपती समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। महिला थानाध्यक्ष निकिता सिंह के अनुसार 17 वर्षीय किशोरी को 30 हजार रुपये का लालच देकर सीमा और उसके पति ने एग डोनेट करने के लिए तैयार किया था। सोनभद्र के रहने वाले अनमोल जायसवाल ने फर्जी तरीके से किशोरी का आधार कार्ड बनाया और उसकी उम्र बढ़ा दी। इसके बाद सीमा और आशीष ने किशोरी को सिंदूर, मंगलसूत्र पहनाया, फिर आईवीएफ सेंटर ले गए। ताकि किसी को कोई शक न हो।