एक माफिया से इतनी सहानुभूति क्यों ?

पटना में जुम्मे की नमाज के बाद अतीक को शहीद बताते हुए नारेबाजी हुई। वही खुद को स्वतंत्र और निष्पक्ष मीडिया बताने वाली BBC, CNN, New York Times जैसे मीडिया संस्थान तो भारत के विपक्षी नेताओं से दो कदम आगे बढ़ते हुए माफिया अतीक कि गुणगान में जुट गईं है।

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Jagganath Mondal
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Why so much sympathy for a mafia

एनएम न्यूज, ब्यूरो:  प्रयागराज में माफिया से नेता बनें अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को 3 हमलावरों ने मौत के घाट उतार दिया। इस घटना को पूरे देश ने लाइव देखा। अतीक की मौत के बाद देश की राजनीति में अचानक भूचाल आ गया। प्रदेश सरकार के साथ साथ पुलिस प्रशासन पर भी सवाल खड़े किए जाने लगे। कुछ विपक्षी नेता नेता ने तो अतीक की हत्या को लोकतंत्र और कानून व्यवस्था की हत्या करार दे दिया। कुछ राज्यों में अतीक के समर्थन में नारेबाजी की गई। पटना में जुम्मे की नमाज के बाद अतीक को शहीद बताते हुए नारेबाजी हुई। वही खुद को स्वतंत्र और निष्पक्ष मीडिया बताने वाली BBC, CNN, New York Times जैसे मीडिया संस्थान तो भारत के विपक्षी नेताओं से दो कदम आगे बढ़ते हुए माफिया अतीक कि गुणगान में जुट गईं है।