स्टाफ रिपोर्टर,एएनएम न्यूज़ : किसी भी बीमारी से जल्द उबरने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स खानपान पर खासतौर से ध्यान देने की सलाह देते हैं। हेल्दी व बैलेंस डाइट न सिर्फ बीमारियों से बचाने में मददगार है, बल्कि ये जल्द के लिए भी जरूरी है। इससे शरीर को एनर्जी मिलती है और रिकवरी की प्रक्रिया तेज हो जाती है। मलेरिया की बीमारी को हल्के में लेने की गलती बिल्कुल भी न करें, क्योंकि यह लिवर और किडनी फेलियर तक की वजह बन सकता है। मलेरिया होने पर किन चीज़ों को डाइट में करना चाहिए शामिल और किन चीज़ों को आउट, जान लें यहां इसके बारे में।
1. मलेरिया बीमारी में टिश्यूज को भारी नुकसान होता है, ऐसे में डाइट में प्रोटीन से भरपूर चीज़ें खाएं। इसके साथ ही कार्बोहाइड्रेट की भी मात्रा बढ़ाएं। कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की सही मात्रा टिश्यूज के निर्माण में सहायक होती है। दूध, दही, लस्सी, छाछ, मछली, चिकन, अंडा इन सारी चीज़ों को डाइट में शामिल करें।
2. बुखार के दौरान भूख कम हो जाती है, जिस वजह से शरीर में एनर्जी फील नहीं होती और जब आप जरूरी मात्रा में खाना नहीं खाते, तो रिकवरी भी सही से नहीं होती। अगर आपका खाने का दिल नहीं कर रहा, तो ग्लूकोज, गन्ने का जूस, ताजे फलों का रस, नारियल पानी, शिकंजी जैसी चीज़ों की मात्रा बढ़ा दें, जो हर तरह से हेल्दी ऑप्शन हैं।
3. बीमार होने पर वैसे तो वसा का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए, लेकिन डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन किया जा सकता है। क्योंकि ये एनर्जी देने का भी काम करते हैं।
हाई फाइबर से भरपूर चीज़ें अवॉयड करें। ऑयली, प्रोसेस्ड, जंक, मसालेदार भोजन, अचार से परहेज करें। मलेरिया में बहुत ज्यादा चाय, कॉफी, कोको या अन्य कैफीन युक्त पेय से भी बचें। जल्द रिकवरी के लिए बॉडी को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है।