International Women's Day: किचन से लेकर खेल के मैदान तक, हम सब कुछ कर सकते हैं'!

सुचेता कृपलानी स्वतंत्र भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री थीं। वह कानपुर निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में चुनी गई थी। उन्होंने 1963 से 1967 तक उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। 

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Sneha Singh
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International Women's Day

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: हम महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं। महिला दिवस पर आइए जानते हैं किन प्रमुख महिलाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में भारत का नाम रोशन किया है।

आइए सबसे पहले शिक्षा क्षेत्र पर आते हैं। कादम्बिनी गांगुली भारत की पहली महिला स्नातकों में से एक हैं। इतना ही नहीं, वह यूरोपीय चिकित्सा में शिक्षित दक्षिण एशिया की पहली महिला डॉक्टर हैं। जो महिला घर संभालती है वह देश भी संभाल सकती है। भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति-श्रीमती प्रतिभा पटेल।

सुचेता कृपलानी स्वतंत्र भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री थीं। वह कानपुर निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में चुनी गई थी। उन्होंने 1963 से 1967 तक उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। 

वही खेल में बेटियां पीछे नहीं हैं। 24 नवंबर, 2018 को मैरी कॉम ने नई दिल्ली में आयोजित 10वीं एआईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में 6 स्वर्ण जीते और दुनिया की पहली महिला विश्व चैंपियन बनीं। इसके अलावा पुसरला वेंकट सिंधु एक भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। उन्होंने जापान की नोज़ोमी ओकुहारा को सीधे सेटों में 21-7, 21-7 से हराया और बीडब्ल्यूएफ विश्व चैम्पियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय बनीं।

किरण बेदी भारत की पहली महिला आईपीएस अधिकारी हैं। वह पहली महिला भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी थीं और उन्होंने 1975 में अपनी सेवा शुरू की थी।

महिलाएं सिर्फ चारदीवारी तक ही सीमित नहीं हैं। वे आज दुनिया पर विजय प्राप्त कर रही हैं। किचन से लेकर खेल के मैदान तक, वे हर क्षेत्र में आगे हैं।