स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: क्या बांग्लादेश एक और अराजक संकट की ओर बढ़ रहा है? नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में छात्र आंदोलन के नेतृत्व वाली कार्यवाहक सरकार जमीन पर अपने पैर जमाने की कोशिश कर रही है, जबकि पूर्व विपक्षी बांग्लादेश नेशनल पार्टी (बीएनपी) ने तत्काल चुनाव कराने की मांग उठाई है। पहले से ही प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन जमात और हिफाजत सरकार में शामिल हैं और उन्हें सभी आधिकारिक समारोहों में आमंत्रित किया जाता है। हिफाज़त और जमात पर हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को आतंकित करने, भूमि हड़पने और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप है।
बांग्लादेश में खुफिया एजेंसियों के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, हिफाजत और जमात ने देश में इस्लामी कानून लागू करने की मांग की है। ढाका में एक स्थानीय निवासी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ''वे देश के ताने-बाने को बदलना चाहते हैं और इसे एक धर्मशासित देश में बदलना चाहते हैं।'' प्रोफेसर यूनुस ने अब तक अपनी बात पर कायम हैं, लेकिन यह कोई नहीं बता सकता कि वे कब तक अपनी बात पर कायम रहेंगे, क्योंकि उन्हें कट्टरपंथी जमात और हिफाजत दोनों को अपनी कार्यवाहक सरकार में शामिल करना पड़ रहा है।