एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: बांग्लादेश को पूर्ण मुस्लिम राष्ट्र बनाने की मांग कई नेता कर रहे हैं। अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। ऐसे में बांग्लादेश के नेता मौलाना मामुनुल हक के संदेश से शोर-शराबा शुरू हो गया। उन्होंने कहा, "मैंने कभी भी तारकोल लगाने की बात नहीं की, लेकिन यह स्पष्ट है कि हिंदुओं का ऐसा पहनावा मुस्लिम राज्य में पूरी तरह से अस्वीकार्य है। हम अपनी संस्कृति और धर्म की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल्द ही हिजाब को अनिवार्य बना देंगे। यहां केवल इस्लामी आदर्श ही जीवित रहेंगे, और किसी अन्य धार्मिक संस्कृति बर्दाश्त नहीं किया जाएगा"। उनके इस बयान के बाद सवाल उठने लगा कि क्या बांग्लादेशियों को अन्य धर्म की परवाह किए बिना हिजाब पहनना चाहिए? जैसे ही यह बयान सामने आया, शोर-शराबा शुरू हो गया।