एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि अगर भारत दोनों देशों के बीच संघर्ष को बढ़ाता है तो उसके पास शिमला समझौते को रद्द करने का “विकल्प” है। जब शिमला समझौते को रद्द करने के निहितार्थ के बारे में पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली से पूछा गया तो अली ने कहा कि यह सवाल “अटकलबाजी” है।/anm-hindi/media/post_attachments/1f436cf6-c9c.jpg)
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई बैठक का हवाला देते हुए अली ने कहा, “राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने बहुत स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर भारत इस तरह के संघर्ष को आगे बढ़ाता है तो हमारे पास ऐसा करने का विकल्प है।” दो देशों के बीच संबंध कुछ संरचनाओं और कानूनी समझौतों पर आधारित होते हैं, जिनमें संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतर्राष्ट्रीय कानून और द्विपक्षीय समझौतों की एक श्रृंखला शामिल है। अगर दोनों पक्षों में से कोई एक पूरी तरह से उदासीन है और अगर उन्हें लगता है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय समझौते दूसरे देश को दिया गया एक एहसान है, तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण परिदृश्य है। और उस स्थिति में, हम स्थिति के अनुसार अपने विकल्पों का प्रयोग करेंगे।