स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: टाइटैनिक जहाज करीब 111 साल पहले अंधेरी रात में एक आइसबर्ग से टकराकर डूब गया था। उस अंधेरी रात में ज्यादातर यात्री नींद में सो रहे थे। जब यह हादसा हुआ, तो जहाज करीब 41 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा था। साल 1912 में 14 और 15 अप्रैल की रात अटलांटिक महासागर में समा गया। इस हादसे में करीब 1500 लोगों की मौत हो गई थी। आज भी इस हादसे को सबसे बड़ा समुद्री हादसा माना जाता है।
अब इस बीच एक बेहद हौरान करने वाली खबर सामने आई है। दरअसल एक छोटी पनडुब्बी लोगों को टाइटैनिक के मलबे को दिखाने के लिए गई थी, जो चालक दल के साथ 19 जून से अटलांटिक महासागर में लापता है। अभी तक इस पनडुब्बी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। कंपनी की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि कि सभी लोगों को सुरक्षित वापस लाने की कोशिश की जा रही है।