स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: चक्रवात के खतरे को देखते हुए पूर्वी रेलवे ने विशेष कदम उठाए हैं। सियालदह और हावड़ा डिवीजन में कंट्रोल रूम खोले गए हैं, जो 24 और 25 अक्टूबर को चालू रहेंगे। यहां रेलवे के आला अधिकारी और मेडिकल टीम मौजूद रहेगी।/anm-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2024/05/cyclone-remal-west-bengal.jpg?w=300)
समुद्र से सटे इलाकों जैसे हसनाबाद, नामखाना, काकद्वीप और डायमंड हार्बर पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। सुपरवाइजर, इंजीनियर और टावर वैगन तैयार रहेंगे ताकि आपदा की स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके। हावड़ा डिवीजन में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए पंपिंग सिस्टम रखा गया है। सियालदा डिवीजन में भी तैयारियां चल रही हैं। महत्वपूर्ण स्थानों पर क्रिटिकल टीमें मौजूद रहेंगी।/anm-hindi/media/post_attachments/wp-content/uploads/2024/10/1719578971_train.jpg)
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात के गुरुवार को पुरी और सागरद्वीप से टकराने की संभावना है और इसके 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ने की संभावना है। कल से कोलकाता और दक्षिण बंगाल के तटीय इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। प्रशासन ने तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है और कल से सभी स्कूल बंद रहेंगे। नौका सेवाओं को भी बंद करने का आदेश दिया गया है। साथ ही, प्रशासन और स्थानीय अधिकारी स्थिति से निपटने के लिए आपातकालीन उपायों के साथ तैयार हैं।