शारीरिक दंड का बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ता है, इससे उनपर प्रतिकूल मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है। आज के स्कूली माहौल में इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। एक अच्छे शिक्षक की छात्रों के साथ सही तालमेल और समझ होना है। ऐसा कहना है सेंट जूड्स स्कूल, मध्यमग्राम की प्रिंसिपल अदिति चक्रवर्ती का, जिन्होंने एएनएम न्यूज के एडिटर इन चीफ अभिजीत नंदी मजूमदार से एएनएम एर अड्डा में बात करते हुए बोलीं। चक्रवर्ती ने खुलासा समझाया कि आईसीएसई और आईएससी बोर्डों में प्लस टू परीक्षा प्रणाली को पूरी तरह से दुरुस्त करने पर चर्चा चल रही है।