स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : कहीं-कहीं पर्यावरण जागरूकता का संदेश देने के लिए मंडपों को कागज का ठोंगा से सजाया जा रहा है। कहीं मंडप सजावट में प्लास्टिक, थर्मोकल सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। जहां शहर में बड़ी पूजा करने वालों का एक बड़ा वर्ग मंडपों के निर्माण में प्लास्टिक के उपयोग से अवगत है, वहीं अपेक्षाकृत कम बजट वाली पूजाओं में प्लास्टिक के अनियंत्रित उपयोग की तस्वीर व्यावहारिक रूप से भयावह है। जो पूजा उद्यमियों की भूमिका पर सवाल उठाता है, साथ ही निगरानी पर भी सवाल उठाता है?
जैसा माहौल उत्तरी कोलकाता के तेलंगाना बागान के मंडप में दिखता है जागरूकता का संदेश। उसी को ध्यान में रखकर उनकी पूजा की थीम चुनी गई है। जागरूकता का संदेश देने के लिए मंडप को प्लास्टिक थैलियों के विकल्प के रूप में हजारों कागज का ठोंगा से सजाया जा रहा है। मंडप के अंदर अलग-अलग आकार के कागज के ठोंगा से अलग-अलग आकृतियां बनाई जा रही हैं। आयोजकों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में इस थीम के पीछे पर्यावरण में भारी बदलाव का विचार काम कर रहा है।