कौन किसको छोड़ेगा पीछे, दिल्ली बनाम बंगाल?

सख्त नियम, पुलिस निगरानी लगभग सब ख़त्म हो गए हैं।

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Ankita Kumari Jaiswara
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1 diwali 2024

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: दिवाली रोशनी का त्योहार है, लेकिन दिवाली की रात ही रातों-रात सब कुछ बदल गया। जैसे-जैसे रात बढ़ती गई, काली पूजा की रात शब्दों के त्योहार में तब्दील हो गयी। नतीजतन, हवा प्रदूषण में डूबी हुई है। ध्वनि दानव का तांडव कल शाम से ही शुरू हो गया था, जैसे-जैसे रात बढ़ती गई, शक्ति भी बढ़ती गई। दिवाली की रात देश की पूर्व राजधानी कोलकाता से टकराव हो गया।

सख्त नियम, पुलिस निगरानी लगभग सब ख़त्म हो गए हैं। पूरी रात सिर्फ शब्दों का ही जोर चलता रहा। उत्तर से दक्षिण तक, मध्य कोलकाता, कोलकाता उपनगर भी इस प्रदूषण से अछूते नहीं रहे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, रात 11 बजे पूरे कोलकाता में वायु गुणवत्ता सूचकांक 170 था। रात में प्रदूषण बढ़ जाता है। 

आंकड़ों के मुताबिक, रात 10.45 बजे रवींद्र सरोवर में वायु मानक 190 था। फोर्ट विलियम स्क्वायर पर यह 183, विक्टोरिया मेमोरियल पर 182 था। रात 9 बजे हवा की गुणवत्ता 170 थी।

जादवपुर में भी प्रदूषण की तस्वीर भयावह थी। हवा में AQI का स्तर 184 था। इसके अलावा, ढाकुरिया में 164, चेतला में 178, बल्लीगंज में 142 था। उस दिन हावड़ा में भी स्थिति खराब थी। जैसे-जैसे रात बढ़ती गई, भयावहता बढ़ती गई। रात 11 बजे तक हवा में AQI का स्तर 150 से 160 के बीच था।

दूसरी ओर, दिल्ली हर साल की तरह इस साल भी 'प्रदूषण की रानी' बनी। रात 11 बजे दिल्ली के आनंद विहार में हवा की गुणवत्ता 500 थी। आईटीओ, एयरपोर्ट इलाके में भी प्रदूषण सूचकांक 500 था। यहां कोलकाता ने भी दिल्ली को कड़ी टक्कर दी। उस समय कोलकाता के बल्लीगंज में AQI का स्तर 488 था। हावड़ा के घुसुरी में 304 और जादवपुर में 227 था। और जैसे-जैसे रात बढ़ती गई यह स्तर भी बढ़ता गया।