एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : बीजेपी के युवा नेता तरूण ज्योति तिवारी ने ट्वीट किया, ''आरजी कर हत्या और बलात्कार मामले में सीबीआई की भूमिका के साथ-साथ अन्य लोगों की भूमिका पर भी सवाल उठाया जाना चाहिए।
जानकारी के मुताबिक उन्होंने तंज कसते हुए कहा है, वामपंथी और अति-वामपंथी बच्चों ने ऐसा व्यवहार किया मानो वे सत्य के मानक वाहक हों और पोस्टमॉर्टम में संतुष्टि के गुण गा रहे हों। हालाँकि, सेमिनार हॉल के बगल वाले घर को ध्वस्त करने के आदेश पर हस्ताक्षर करने से लेकर शव परीक्षण रिपोर्ट में मिलीभगत तक, उनके इतिहास ने उन्हें बेनकाब कर दिया है। सवाल यह है कि अस्पताल को लीलने वाले भ्रष्टाचार के खिलाफ वे इतने समय तक चुप क्यों थे? जब वोट और राजनीतिक लाभ की बात आती है तो उनकी आवाजें बहुत ऊंची होती हैं, लेकिन आम आदमी की न्याय की गुहार उनके कानों तक नहीं पहुंचती।