स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: आरजी कर मामले में कोलकाता पुलिस ने सबूत मिटाने में मदद की है। इस आरोप को हथियार बनाकर जूनियर डॉक्टर सड़कों पर उतर आए। एक हफ़्ते के भीतर ही सीबीआई ने मामले की जांच अपने हाथ में ले ली। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। पांच महीने बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने संजय रॉय को कोर्ट में दोषी करार दिया है।
पीड़िता के माता-पिता ने भी जांच में सीबीआई की भूमिका पर बार-बार सवाल उठाए हैं। उनका दावा है कि सीबीआई जांच में विफल रही है। हालांकि संजय रॉय को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है, लेकिन उनका दावा है कि इस घटना में कई अन्य लोग भी शामिल हैं।
अब मृतका के पिता ने आरजी कर मामले में तृणमूल विधायक निर्मल घोष और पार्षद सोमनाथ डे पर हमला बोला है। आज मृतक की मां ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'हमारी बेटी की घटना की जांच ठीक से नहीं हुई है। संजय अकेला दोषी नहीं है। सभी दोषियों को सामने आना चाहिए। मैं सभी को सजा दिलाना चाहती हूं।'
गौरतलब है कि सीबीआई की चार्जशीट के अभाव में आरजी कर के पूर्व चेयरमैन संदीप घोष और टाला थाना प्रभारी अभिजीत मंडल को जमानत मिल गई है। जमानत मिलने के बाद जूनियर डॉक्टर और टाला थाना प्रभारी गुस्से से भर गए हैं।