भगवान कृष्ण का जन्मदिन कैसे मनाया जाता है?

रासलीला में मुख्य रूप से भगवान कृष्ण के बचपन की विभिन्न घटनाओं को दर्शाया गया है। दूसरी ओर, दही हांडी (Dahi Handi) परंपरा में, मक्खन की हड्डियों को बहुत ऊपर रखा जाता है और कई लड़के मानव पिरामिड बनाकर हड्डियों को तोड़ने की कोशिश करते हैं।

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Sneha Singh
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Raasleela

एएनएम न्यूज, ब्यूरो: जन्माष्टमी (Janmashtami) कृष्ण के जन्मदिन का उत्सव है। जन्माष्टमी हिंदुओं विशेषकर वैष्णवों के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है। भागवत पुराण (Bhagavata Purana) के अनुसार, जन्माष्टमी को रासलीला (Raasleela) या कृष्ण लीला नामक नृत्य, नाटक, धार्मिक गीतों के गायन के साथ मनाया जाता है। रासलीला में मुख्य रूप से भगवान कृष्ण के बचपन की विभिन्न घटनाओं को दर्शाया गया है। दूसरी ओर, दही हांडी (Dahi Handi) परंपरा में, मक्खन की हड्डियों को बहुत ऊपर रखा जाता है और कई लड़के मानव पिरामिड बनाकर हड्डियों को तोड़ने की कोशिश करते हैं। कृष्ण के जन्मदिन (Krishna's birthday) पर आधी रात को, उनकी छोटी मूर्ति को स्नान कराया जाता है, कपड़े से पोंछा जाता है और व्यवस्थित किया जाता है। फिर उपासक आपस में भोजन और मिठाई का आदान-प्रदान करके उपवास तोड़ते हैं।