स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: अमरूद है बेहद स्वादिष्ट फूड है और ये सेहत के लिए भी उतना ही फायदेमंद है। भारत में इसे शौक से खाने वाले लोगों की कोई कमी नहीं है क्योंकि अमरूद का टेस्ट काफी लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है, इसका पल्प गुलाबी और सफेद रंगों का होता है। इसमें फाइबर, प्रोटीन, विटामिन सी, पोटेशियम और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं जो शरीर के लिए बेहद लाभकारी हैं, इसके अलावा इस फल में फोलेट और बीटा कैरोटीन भी मौजूद हैं, लेकिन इतने पोषक तत्वों (nutrients) के मौजूद होने के बावजूद हर किसी के लिए ये फल फायदेमंद नहीं है। कुछ कंडीशन में अमरूद को ज्यादा खाने से बचना चाहिए।
इन लोगों को नहीं खाना चाहिए अमरूद
1. सर्दी खांसी के शिकार लोग: जिन लोगों को सर्दी-खांसी और जुकाम (cold-cough and cold) है उन्हें अमरूद नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है और ये आपकी तकलीफ को बढ़ा सकती है। खासकर रात के वक्त इसे खाने से बचना चाहिए वरना ठंड जैसा असर होने की आशंका पैदा हो जाएगी।
2. इरिटेटेड बाउल सिंड्रोम के पेशेंट: अमरूद एक फाइबर रिच फूड है जो डाइजेशन में हेल्प करता है और कब्ज की दिक्कतों को भी दूर कर देता है, लेकिन आप इस बात को जानकर हैरान रह जाएंगे कि इस फल के ज्यादा सेवन से पाचन तंत्र पर काफी बुरा असर पड़ता है, विशेष तौर पर जो लोग इरिटेटेड बाउल सिंड्रोम के शिकार हैं उन्हें कम से कम अमरूद खाना चाहिए।
3. सूजन से पीड़ित लोग: अमरू में फ्रुक्टोज और विटामिन सी की भरपूर मात्रा पाई जाती है इन दोनों को अगर ज्यादा खाया जाए तो ये फूला हुआ महसूस करा सकती है। इससे शरीर को ज्यादा विटामिन सी एब्जॉर्ब करने में परेशानी होती है। इसलिए ज्यादा मात्रा में अमरूद खाने से सूजन बढ़ सकता है। इसमें मौजूद नेचुरल शुगर ब्लोटिंग की समस्या पैदा कर सकती है। इस बात का ख्याल रखें कि अमरूद खाने के बाद तुरंत नींद न लें वरना सूजन में इजाफा होगा।
4. डायबिटीज के मरीज: अमरूद एक लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला फ्रूट है जिसकी वजह से अक्सर डायबिटीज के मरीजों को इसे खाने की सलाह दी जाती है, लेकिन ये तभी फायदेमंद है जब इसे सीमित मात्रा में खाया जाए और आप अपना ग्लूकोज लेवल चेक करते रहें, क्योंकि अमरूद में नेचुरल शुगर भी होता है।