स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: आधुनिक समय में बदलती जीवन शैली में अधिकत्तर बच्चे सायकोटिक तनाव के शिकार हो जाते हैं। बच्चों में सायकोटिक तनाव का मुख्य कारण-
खेल-कूद एक्टिविटी नहीं होना- ट्यूशन, होमवर्क, सिलेबस को पूरा करने में बच्चे बहुत ज्यादा व्यस्त रहते हैं। जिसके कारण बच्चों को खेलकूद करने के लिए वक्त नहीं मिल पाता। इसके कारण बच्चों मासिक और शरीरिक ग्रोथ को रोकता है। जिसके कारण बच्चे धीरे-धीरे डिप्रेशन का शिकार हो जाते जाते हैं।
बच्चों को मोबाईल गेम्स से दूर रखें- बच्चे अकसर बहुत मासूम होते हैं। आजकल बहुत सी मोबाईल गेम्स बच्चों को गलत डायरेक्शन की तरह ले जा रही हैं।
असफल होने का डर- बच्चों के मन में हमेशा पढ़ाई में पीछे रहने का डर बना रहता है। जैसे कि मार्क्स कम आने का डर, भविष्य को सफल बनाने का डर, विभिन्न तरह की एग्जाम में पीछे रहने का डर, और असफल होने पर माता-पिता का मानसिक दबाव में रहने का डर।