WEATHER: मई में निकालने पड़े कंबल, क्यों हुआ मौसम में बदलाव?

देश में अप्रैल-मई का महीना जलती-चुभती गर्मी का महीना होता है। लेकिन इस बार मई के महीने में मौसम का मिजाज कुछ ऐसा कूल हुआ कि तन मन सब ठंडा हो गया है।

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Kanak Shaw
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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: देश में अप्रैल-मई का महीना जलती-चुभती गर्मी का महीना होता है। लेकिन इस बार मई के महीने में मौसम का मिजाज कुछ ऐसा कूल हुआ कि तन मन सब ठंडा हो गया है।

आमतौर पर जो चक्रवाती हवाएं बनती हैं वो काफी कम लैटिट्यूड पर बनती हैं जिसका सेंटर अक्सर चेन्नई के आसपास होता है। नतीजा मई के महीने में उत्तर भारत के राज्यों में इतनी ज्यादा बारिश नहीं होती है और वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर कर्नाटक, केरल तक ही सिमट जाता है। लेकिन इस बार वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से साइक्लोनिक सर्कुलेशन यानी चक्रवाती हवाएं हरियाणा और पंजाब के ऊपर बनी हुई हैं। इन्हीं चक्रवाती हवाओं की वजह से उत्तर से पश्चिम भारत तक बारिश हो रही है।

दक्षिणी भारत में एंटी साइक्लोनिक एक्टिविटी होने से भी मौसम में बदलाव हुआ। दक्षिणी भारत में इस एक्टिविटी के कारण काफी बरसात हुई है। दिल्ली, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार से लेकर कश्मीर तक मौसम के बदले मिजाज ने लोगों को कन्फ्यूज कर रखा है। इस मौसम को देखकर आपने भी AC बंद कर फिर पंखा चला दिया होगा। रात के समय तो पंखे में भी ठंड लगती है। नहाने के लिए गीजर ऑन करना पड़ रहा है। बारिश का ये असाधारण दौर एक साथ देश के कई राज्यों में आया है।