एएनएम न्यूज, ब्यूरो: क्या मणिपुर (Manipur) में लोग जातीय संघर्ष के कारण सामान्य जीवन की अव्यवस्था से निराश होकर अपनी एन बीरेन सिंह सरकार के खिलाफ हो रहे हैं? मुख्यमंत्री बीरेन सिंह (Chief Minister Biren Singh) के खिलाफ व्यापक असंतोष की शुरुआत मोरेह शहर से हुई जब सभी समुदायों के नेताओं ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा किया कि कुकी और शहर में रहने वाले अन्य लोगों के बीच कोई मनमुटाव नहीं है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने एक बयान जारी किया था कि एक विशेष समुदाय के कई मणिपुरी अन्य समुदाय के सदस्यों द्वारा हमला किए जाने के बाद मोरे से भागकर म्यांमार (Myanmar) के जंगलों में चले गए थे और बाद में उन्हें सुरक्षा बलों (security forces) ने बचाया था। मोरेह के स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री का खंडन किया और एक प्रेस बयान जारी किया। कई स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि मणिपुर में कोई कार्यात्मक सरकार नहीं है और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को अब लोगों का विश्वास प्राप्त नहीं है और राज्य में शांति लौटने की कोई उम्मीद रखने के लिए उन्हें तुरंत बदलने की जरूरत है।