होली पर्व पर यहां बालिकाएं करती थी लूर नृत्य

गौतमेश्वर मंदिर के पास तलहटी के ऊपर विस्तृत मैदान में मीणा जाति के लोग परम्परागत वेशभूषा में एकत्रित होकर छोरियों का चौहटा पर होली पर्व पर बालिकाएं लूर नृत्य करती थी। मीणा समाज के बुजुर्गों के मुताबिक छोरियों का चौहटा

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Kalyani Mandal
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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: गौतमेश्वर मंदिर के पास तलहटी के ऊपर विस्तृत मैदान में मीणा जाति के लोग परम्परागत वेशभूषा में एकत्रित होकर छोरियों का चौहटा पर होली पर्व पर बालिकाएं लूर नृत्य करती थी। मीणा समाज के बुजुर्गों के मुताबिक छोरियों का चौहटा पहाड़ी की उंचाई पर हैं। वहां पर बालिकाएं होली के समय लूर नृत्य किया करती थी और साथ ही होलिका दहन भी होता था। इसलिए इस स्थान को आज भी होलिका चौक व छोरियों का चौहटा कहा जाता है। यहां गेर नृत्य के साथ ही कई खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित होती थी। बुजुर्गों के मुताबिक यहां मीणा जाति के लोग बसा करते थे।