इंतज़ार खत्म, निर्धारित कक्षा में पहुंचा भारत का उपग्रह

'फाल्कन 9' रॉकेट की मदद से सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में लॉन्च हो गया। ISRO की वाणिज्यिक शाखा न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन राधाकृष्णन दुरईराज ने कहा कि प्रक्षेपण सफल रहा। यह संचार उपग्रह निर्धारित कक्षा में पहुंच गया है।

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Jagganath Mondal
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ISRO 1911

एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: इंतज़ार खत्म हुआ। पहली बार एलन मस्क के स्पेसएक्स रॉकेट से ISRO का कृत्रिम उपग्रह 'जीसैट 20' अंतरिक्ष में गया।

इसे सोमवार आधी रात को फ्लोरिडा के कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से लॉन्च किया गया। इसरो का अत्याधुनिक कृत्रिम उपग्रह 'जीसैट 20' स्पेसएक्स के 'फाल्कन 9' रॉकेट की मदद से सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में लॉन्च हो गया। ISRO की वाणिज्यिक शाखा न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन राधाकृष्णन दुरईराज ने कहा कि प्रक्षेपण सफल रहा। यह संचार उपग्रह निर्धारित कक्षा में पहुंच गया है।

इस उपग्रह को GSAT-N2 के नाम से भी जाना जाता है। कृत्रिम उपग्रह का वजन 4,700 किलोग्राम है। जो इसरो के अपने रॉकेट द्वारा ले जाने के लिए बहुत भारी है। इसीलिए यह अधिक स्पेसएक्स के साथ संयुक्त उद्यम है। ज्ञात हो कि यह कृत्रिम उपग्रह 14 वर्षों तक परिचालन में रहेगा।