संकट के समय म्यांमार के लिए देवदूत बना भारत

म्यांमार में 7.7 की तीव्रता से आए भीषण भूकंप के चलते 3000 तीन हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई। साथ ही उससे कही ज्यादा लोगों को विस्थापित होना पड़ा। हालांकि इस आपदा के समय में एक अच्छे पड़ोसी होने के नाते भारत ने अपना फर्ज

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Jagganath Mondal
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Myanmar in times of crisis

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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: म्यांमार में 7.7 की तीव्रता से आए भीषण भूकंप के चलते 3000 तीन हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई। साथ ही उससे कही ज्यादा लोगों को विस्थापित होना पड़ा। हालांकि इस आपदा के समय में एक अच्छे पड़ोसी होने के नाते भारत ने अपना फर्ज निभाया और म्यांमार में राहत समाग्री भेजकर हरसंभव मदद की। इतना ही नहीं इस आपदा के समय क्वाड के देश भी म्यांमार और थाईलैंड के साथ खड़े दिखे। भारत और अन्य क्वाड देश, जिनमें भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने 28 मार्च को म्यांमार में आए भूकंप के बाद म्यांमार और थाईलैंड के लोगों के साथ अपनी एकजुटता दिखाई है। इन देशों ने इस संकट के दौरान मानवीय सहायता के रूप में 20 मिलियन डॉलर से अधिक का योगदान किया है। इसके अलावा, ये देश आसियान और अन्य भागीदारों के साथ मिलकर जीवन रक्षक सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं।