स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: लाओस के विएंतियाने में 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, "आज भारत के सात आसियान देशों के साथ सीधे हवाई संपर्क हैं और जल्द ही ब्रुनेई के साथ भी सीधी उड़ानें शुरू होंगी। हमने पूर्वी तिमोर में एक नया दूतावास खोला है। जन-केंद्रित दृष्टिकोण हमारी विकास साझेदारी का मूल है। नालंदा विश्वविद्यालय में 300 से अधिक आसियान छात्रों को छात्रवृत्ति का लाभ मिला है। विश्वविद्यालयों का एक नेटवर्क लॉन्च किया गया है। लाओ, कंबोडिया, वियतनाम, म्यांमार, इंडोनेशिया ने समान परंपराओं और रीति-रिवाजों को संरक्षित करने का प्रयास किया है। चाहे वह कोविड महामारी हो या प्राकृतिक आपदा, हमने एक-दूसरे की मदद की है। विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी कोष, डिजिटल कोष और हरित कोष की स्थापना की गई है और भारत ने इनमें 30 मिलियन डॉलर से अधिक का योगदान दिया है।”