एएनएम न्यूज़, ब्यूरो : दिल्ली में जापानी इंसेफेलाइटिस का मामला सामने आने के बाद, एमसीडी (Municipal Corporation of Delhi) के स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला स्वास्थ्य अधिकारियों और महामारी विज्ञानियों को वेक्टर नियंत्रण उपायों को और मजबूत करने का निर्देश दिया है, जिसमें लार्वा स्रोत में कमी और जापानी इंसेफेलाइटिस की रोकथाम और नियंत्रण के लिए जागरूकता अभियान सहित समुदाय आधारित पहल शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक पश्चिमी दिल्ली के बिंदापुर में इस बीमारी का पता चला। अधिकारियों ने मामले का विवरण साझा नहीं किया। नगर निकाय ने चेतावनी दी है कि इस बीमारी से मृत्यु दर बहुत अधिक है और जो लोग बच जाते हैं, उनमें मस्तिष्क संबंधी विभिन्न प्रकार की शिथिलता हो सकती है। यह वायरस इससे पहले 2011 में शहर में आया था, जब 14 मामले सामने आए थे। उस साल शहर में पहली बार इस बीमारी की सूचना मिली थी।