Khooni Darwaza: खूनी दरवाजा का रहस्य!

कुछ लोग कहते हैं कि 1857 की बगावत के बाद अंग्रेजों ने अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर (Bahadur Shah Zafar) के बेटों और पोतों को गोली मारकर हत्या (shot dead) कर दी थी और उसके बाद से इसे खूनी दरवाजा का नाम दिया गया। 

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Sneha Singh
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Khooni Darwaza

स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: दिल्ली (Delhi) में कुछ ऐसी जगहें हैं जहां लोग जाने से कतराते हैं। दिन में अगर कोई उन जगहों पर चला भी जाए तो रात में जाने से डरता है। दिल्ली में उन जगहों को लोग भूतिया जगह कहते हैं उनमें से ही एक है खूनी दरवाजा (Khooni Darwaza)। इस दरवाजे के बारे में कहा जाता है कि रात में रोने और चीखने की आवाज सुनाई देती है। कुछ लोग कहते हैं कि 1857 की बगावत के बाद अंग्रेजों ने अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर (Bahadur Shah Zafar) के बेटों और पोतों को गोली मारकर हत्या (shot dead) कर दी थी और उसके बाद से इसे खूनी दरवाजा का नाम दिया गया।