स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: प्रधानमंत्री मोदी 30 मई को लोकसभा चुनाव प्रचार के समाप्त होने के बाद कन्याकुमारी जाएंगे। यहां वे स्मारक रॉक मेमोरियल में ध्यान करेंगे। 30 मई की शाम से 1 जून की शाम तक प्रधानमंत्री मोदी ध्यान मंडपम में ध्यान करेंगे। उनकी सुरक्षा के लिए 2000 पुलिसकर्मियों के साथ कई सुरक्षा एजेंसियों को तैनात किया गया है। खास बात यह है कि यह वही स्थान है, जहां स्वामी विवेकानंद ने देश भ्रमण के बाद तीन दिनों तक तप किया था। यहीं उन्होंने विकसित भारत का सपना देखा था।
भारत दर्शन के दौरान विवेकानंद ने आम लोगों की तकलीफ, दर्द, गरीबी, आत्म सम्मान और शिक्षा की कमी को नजदीक से जाना था। समुद्र तट से करीब 500 मीटर दूर स्थित चट्टान पर विवेकानंद 24 दिसंबर 1892 को तैर कर पहुंचे थे। 25 से 27 दिसंबर तक उन्होंने इसी चट्टान पर ध्यान किया था। उन्होंने यहां भारत के भविष्य के लिए विकसित भारत का सपना देखा था। यह वही जगह है, जहां उन्हें भारत माता के दर्शन हुए थे। इसी स्थान पर उन्होंने अपना बाकी जीवन लोगों को समर्पित करने का सपना देखा था। विवेकानंद शिला पर विवेकानंद स्मारक बनाने के लिए भी लंबा संघर्ष चला है। इसमें एकनाथ रानाडे ने बड़ी भूमिका निभाई थी।