चुनाव में नेता नहीं, बोल रही ‘पर्ची'

खर्च के लिए कोई ‘पर्ची’ चला रहा तो कोई बाद की तारीखों के चेक दे रहा। इन सभी का रिकॉर्ड एक डायरी में रखा जा रहा है। चुनाव निपट जाने के बाद में यह पेमेंट लिया जाएगा।

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Sneha Singh
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स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: नेताओं ने चुनावी खर्च (election expenses) के ‘रास्ते’ निकालकर कहीं पर्ची (slips) का सहारा लिया है, तो ज्यादातर ने अपने विश्वसनीयों को खर्च का काम सौंप रखा है। हालांकि जो खर्च प्रत्याशी के खाते में जुडऩा है, उसे ऑनलाइन (online) या फिर चेक (cheque) के माध्यम से सीधे दिया जा रहा है। खर्च के लिए कोई ‘पर्ची’ चला रहा तो कोई बाद की तारीखों के चेक दे रहा। इन सभी का रिकॉर्ड एक डायरी में रखा जा रहा है। चुनाव निपट जाने के बाद में यह पेमेंट लिया जाएगा।