स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: महाभारत के रण में महारथी कर्ण का किस्सा तो आप जानते ही होंगे। कर्ण ने अपने अपमान का चलते अपने भाइयों के खिलाफ ही युद्ध लड़ा था। बिहार की राजनीति में भी मौजूदा वक्त में कुछ ऐसी ही सीन बनता दिख रहा है। जानकारी के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के प्रमुख पशुपति कुमार पारस अब राजनीतिक रूप से अपनी पहचान बचाने की कोशिश में हैं। NDA से नाता तोड़ने के बाद, उन्होंने पिछले लोकसभा चुनावों में अपमान का हवाला दिया, क्योंकि उन्हें बिहार से चुनाव लड़ने के लिए एक भी टिकट नहीं दिया गया था। अब वह राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेतृत्व वाले महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं।