एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: बदरीनाथ (Badrinath) के कपाट को आज सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर परंपरागत तरीके से खोला गया। इस अवसर पर यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। बदरीनाथ को भगवान विष्णु (God Vishnu) का दूसरा निवास स्थान भी कहा जाता है इसलिए दूसरा बैकुंठ भी कहते हैं। ऐसी मान्यता है कि सतयुग तक यहां भगवान विष्णु के साक्षात दर्शन सभी भक्तों को हुआ करते थे। त्रेतायुग में यहां केवल देवताओं और साधुओं को ही भगवान के साक्षात दर्शन होते थे। लेकिन त्रेतायुग से यहां भगवान ने यह निमय बना दिया कि वह अब से यहां देवताओं के अलावा सभी को विग्रह रूप में ही उनके दर्शन होंगे।