स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: महिलाओं की बीमारियों को कान में बोलने से लेकर आज उनके बारे में सबके सामने चर्चा करने तक का सफर भारत ने बहुत लंबे समय में तय किया है। महिलाओं में वो एक बीमारी जो धीरे-धीरे काफी बढ़ती जा रही है, हर दूसरी महिला पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) PCOS या पॉली सिस्टिक ओवेरियन डिजीज (PCOD) बीमारी का सामना कर रही है। न सिर्फ 30-32 साल की महिलाएं बल्कि यंग लड़कियां भी इस बीमारी का शिकार हो रही हैं।
PCOD- PCOS क्या होता है
पीसीओडी या पीसीओएस एक ऐसी स्थिति है जो महिलाओं के अंडाशय (Womens Ovaries) पर असर डालती है। पीसीओडी ज्यादातर हार्मोनल असंतुलन की वजह से होता है। बता दें, पीरियड साइकिल में हर महीने दोनों अंडाशय ( Ovaries) बारी-बारी से फर्टिलाइज अंडे (Fertilized Eggs) तैयार करते हैं। हालांकि, पीसीओडी वाले किसी व्यक्ति के लिए, अंडाशय अक्सर या तो अपरिपक्व (Immature) या केवल आंशिक रूप से परिपक्व अंडे छोड़ते हैं, जो सिस्ट (Cyst) बन जाते हैं।