इस माइक्रोजेल को विस्तारित अवधि में नाइट्रोजन एन और फास्फोरस पी उर्वरकों की धीमी रिहाई के लिए तैयार किया गया है। जो पर्यावरणीय प्रभाव को कम करते हुए फसल पोषण को बढ़ाने के लिए सफल सिद्ध हुए हैं।
स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : IIT मंडी के शोधकर्ताओं ने स्थायी खेती के लिए बहुक्रियाशील स्मार्ट माइक्रोजेल का विकास किया है। इससे उर्वरक धीरे-धीरे अब भूमि में खुलेंगे और उत्पादक क्षमता बढ़ने के साथ भूमि और भूजल को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा। इस माइक्रोजेल को विस्तारित अवधि में नाइट्रोजन एन और फास्फोरस पी उर्वरकों की धीमी रिहाई के लिए तैयार किया गया है। जो पर्यावरणीय प्रभाव को कम करते हुए फसल पोषण को बढ़ाने के लिए सफल सिद्ध हुए हैं।