स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: ऑनलाइन स्कैम के मामले आये दिन बढ़ते जा रहे हैं। आपने OTP शेयर करके या किसी एप्लीकेशन के जरिए स्कैम तो सुना ही होगा लेकिन इन दिनों स्कैमर्स सिम स्वैप तकनीक का यूज करके बैंक अकाउंट खाली कर रहे हैं। जी हां, इस महीने की शुरुआत में, उत्तरी दिल्ली स्थित एक वकील राष्ट्रीय राजधानी में ‘सिम स्वैप स्कैम’ का शिकार हो गई, जब उसे अज्ञात नंबरों से तीन मिस्ड कॉल प्राप्त हुईं और इसके बाद उसके बैंक खाते से सारे पैसे कुछ ही मिनटों में गायब हो गए।
इस स्कैम से कैसे बचाएं खुद को?
- सबसे पहले किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- ऐसे मैसेज को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए या कई मिस्ड कॉल प्राप्त होने के बाद अपना फोन स्विच ऑफ न करें।
- अगर फोन पर ऐसी कोई गतिविधि होती है तो तुरंत मोबाइल ऑपरेटर से इसके बारे में पूछताछ करें।
- बैंक अकाउंट का पासवर्ड समय समय पर बदलते रहें।
- बैंकिंग ट्रांजेक्शन के लिए एसएमएस के साथ-साथ आपको ई-मेल अलर्ट को भी ऑन रखें।
सिम स्वैपिंग क्या है?
सिम स्वैपिंग जैसे इसके नाम से ही साफ पता चल रहा है। ये वह प्रोसेस है जिसके जरिए स्कैमर्स आपके सिम कार्ड का डुप्लीकेट सिम बना लेते हैं और उस पर अपना पूरा कंट्रोल बना लेते हैं। आसान शब्दों में कहें तो सबसे पहले आपकी डिजिटल आइडेंटिटी को चुरा लिया जाता है। डिजिटल आइडेंटिटी हाथ लगने के बाद स्कैमर सबसे पहले आपके दोस्तों और परिवार तक पहुंच बनाता है और फिर उन्हें अपने जाल में फसाने की कोशिश करता है। इस जरिए स्कैमर ऑनलाइन बैंकिंग और सोशल मीडिया समेत सभी प्रोफाइल पर पूरी तरह से कंट्रोल कर लेता है।