एएनएम न्यूज, ब्यूरो: दो शीर्ष पुलिस अधिकारियों, एक सेवारत और एक सेवानिवृत्त की एक-दूसरे के कुछ घंटों के भीतर मृत्यु हो गई, जिससे देश की नौकरशाही में निराशा छा गई। विशिष्ट विशेष सुरक्षा समूह (SPG) के प्रमुख अरुण कुमार सिन्हा (Arun Kumar Sinha) का कैंसर से जूझने के बाद निधन (death) हो गया। 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी (IPS officer) को उनके सहकर्मी और दोस्त बहुत पसंद करते थे और उन्हें बहुत मेहनती और गतिशील माना जाता था।
अरुण सिन्हा की मृत्यु के कुछ ही घंटों के भीतर, एक अन्य वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और सीबीआई (CBI) के पूर्व शीर्ष पुलिसकर्मी अरुण गुप्ता की दिल्ली के एक अस्पताल में सर्जरी के लिए ले जाते समय मृत्यु हो गई। पश्चिम बंगाल कैडर के 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी को जंगलमहल से निपटने और नंदीग्राम में गोलीबारी के अपने तरीकों के लिए जाना जाता था। गुप्ता ने कैंसर से सफलतापूर्वक लड़ाई लड़ी थी लेकिन उनके घुटने में परेशानी थी। उन्होंने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से कहा था कि बेहतर मूवमेंट के लिए वह घुटना बदलवा लेंगे। गुप्ता अपनी मुस्कान और मिलनसार स्वभाव के लिए जाने जाते थे। वह हमेशा मदद के लिए तैयार रहते थे। गुप्ता एक खालीपन छोड़ गए हैं जिसे पूरा करना मुश्किल होगा।