एएनएम न्यूज, ब्यूरो: मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह अपनी ही पार्टी के सहयोगियों की रक्षा करने में असमर्थ है। मणिपुर बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, एन बीरेन सिंह पार्टी से पूरी तरह अलग-थलग पड़ गए हैं और उन्हें भड़की हिंसा का जिम्मेदार माना जा रहा है लेकिन अनजान कारणों से रूप से केंद्र चुप है। नाम न छापने की शर्त पर एक वरिष्ठ भाजपा मंत्री ने कहा, "उन्हें तुरंत हटा दिया जाना चाहिए या फिर मणिपुर में शांति नहीं होगी।" स्थानीय निवासियों और भाजपा नेताओं का दावा है कि गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से जमीनी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है। एक अन्य मंत्री ने कहा, “केंद्र और बीरेन सिंह की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने से स्थिति और खराब हो गई है।” भाजपा नेताओं ने दावा किया कि अधिकांश मंत्रियों और विधायकों और सांसदों ने केंद्र में याचिका दायर कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का आग्रह किया था।