क्या पेट्रोल-डीजल महंगा होगा?

डब्ल्यूटीआई क्रूड के एक बैरल के दाम 71.24 डॉलर हो गए हैं। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के 1000 दिन हो गए हैं। अगर दोनों के बीच युद्ध और तेज हुआ या यूरोप के नए देशों तक फैला, तो इसका असर भारत पर भी पड़ सकता है।

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Jagganath Mondal
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एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: यूक्रेन पर रूस युद्ध भड़कने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भी इजाफा होने के आसार हैं। सूत्रों की माने तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में शनिवार को कच्चे तेल की कीमत में इजाफा हुआ है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का हर बैरल 75.17 डॉलर पर बिक रहा है। डब्ल्यूटीआई क्रूड के एक बैरल के दाम 71.24 डॉलर हो गए हैं। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के 1000 दिन हो गए हैं। अगर दोनों के बीच युद्ध और तेज हुआ या यूरोप के नए देशों तक फैला, तो इसका असर भारत पर भी पड़ सकता है।

अभी भारत ने रूस से कम कीमत पर लगातार कच्चा तेल खरीदना जारी रख बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को स्थिर रखा है। अगर कच्चे तेल की कीमत 80 डॉलर के पार जाती है, तो भारत में भी पेट्रोल और डीजल की कीमत में इजाफा देखना पड़ सकता है। इसकी वजह ये है कि रूस के अलावा भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए अन्य देशों से भी कच्चा तेल खरीदता है। अगर पेट्रोल और डीजल की कीमत में इजाफा हुआ, तो महंगाई भी और बढ़ने के आसार बन जाएंगे।