अमित कुमार सरोहा
भारत के लिए बड़े मंच पर चमकने वाला दूसरा नाम अमित कुमार सरोहा हैं। 22 साल की उम्र में सरोहा को एक भयानक कार दुर्घटना का सामना करना पड़ा, जिसके कारण रीढ़ की हड्डी में दबाव पड़ने के कारण वे क्वाड्रिप्लेजिक हो गए थे। बाधाओं के बावजूद, उन्होंने उम्मीद नहीं खोई और अपने तरीके से काम किया। वह अब एथलेटिक्स-क्लब और डिस्कस थ्रो (एफ-51) श्रेणियों में पैरा एथलीट हैं। उन्होंने आईपीसी एथलेटिक्स विश्व चैंपियनशिप (2015, 2017) में पदक जीता, एफ-51 श्रेणी में क्लब थ्रो इवेंट में रजत पदक जीता। उन्होंने 2014 एशियाई पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीता और 2016 रियो पैरालिंपिक में भाग लिया। उन्होंने 2018 एशियाई पैरा खेलों, जकार्ता में क्लब थ्रो इवेंट में स्वर्ण पदक जीता।