एएनएम न्यूज़, ब्यूरो: कहते हैं कि श्रीराम की नगरी अयोध्या में सिक्खों के अंतिम गुरु गोविंदसिंहजी के चरण पड़े थे तब उनकी उम्र 6 वर्ष की थी। गुरुद्वारे में रखी एक किताब के अनुसार माँ गुजरीदेवी एवं मामा कृपाल सिंह के साथ पटना से आनंदपुर जाते हुए दशम् गुरु गोविंद सिंह जी ने रामनगरी में धूनी रमाई थी और अयोध्या प्रवास के दौरान उन्होंने माँ एवं मामा के साथ रामलला का दर्शन भी किया था। कहते हैं कि राम जन्मभूमि की रक्षा के लिए यहां गुरु गोविंद सिंह जी की निहंग सेना से मुगलों की शाही सेना का भीषण युद्ध हुआ था जिसमें मुगलों की सेना को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। उस वक्त दिल्ली और आगरा पर औरंगजेब का शासन था।