स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : भारत में शुरू से ही जमीन पर बैठकर हाथ से खाना खाने की परंपरा रही है। यह परंपरा (legacy) धार्मिक दृष्टि के साथ स्वास्थ्य (health) की दृष्टि से भी लाभकारी है। आइए जानते हैं हाथ से खाना खाने की परंपरा के बारे में हमारे वेद क्या कहते हैं।
जब हम खाना खाते समय अपनी उंगलियों और अंगूठे को एक साथ रखते हैं तो हमारे अंदर एक ऊर्जा उत्पन्न होती है, जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है।खाना भी जल्दी पच जाता है। ऐसा माना जाता है कि हाथ से खाया गया भोजन, कश्ती, जल, पावक, गगन, समीर सभी ऊर्जा हाथों के माध्यम से शरीर में प्रवाहित होती है। इससे इंसान की सेहत दुरुस्त (good health) रहती है।
हाथ से खाना खाने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। जब कोई व्यक्ति अपने हाथों से खाना खाता है तो उसकी उंगलियां आपस में जुड़ी होती हैं। इससे व्यक्ति का रक्त संचार (blood circulation) बढ़ता है। साथ ही यह तंत्रिका तंत्र को भी सक्रिय करता है। हाथ से खाना खाने से हाथ की मांसपेशियों का भी बेहतर व्यायाम होता है।