स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: देवगुरु बृहस्पति साल में एक बार राशि परिवर्तन करते हैं। ऐसे में उनको किसी एक राशि में वापस आने के लिए 12 वर्षों का समय लग जाता है। उनके मेष राशि में गोचर करने के साथ ही यहां पर गजलक्ष्मी योग का निर्माण भी हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र में इस योग को काफी शुभ माना जाता है। जिस जातक की कुंडली में यह योग बनता है, उसको कई तरह के फायदे मिलने लगते हैं। वहीं, गुरु भी मीन राशि से निकलकर मेष में प्रवेश कर चुके हैं। ऐसे में जब भी किसी राशि में राहु और गुरु की युति बनती है तो गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण होता है। आइये जानते है इन राशियों के बारे में।
मिथुन- गजलक्ष्मी योग से मिथुन राशि के लोगों पर मां लक्ष्की कृपा बनी रहेगी। इस दौरान इस राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। नौकरी में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे और परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा। अब तक जितने भी काम रुके हुए थे, वह अब बनने लगेंगे।
कन्या- कन्या राशि के जातकों के लिए गजलक्ष्मी राजयोग लाभकारी रहेगा। इस दौरान दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। सामाजिक मान-सम्मान में वृद्धि होगी। नौकरी और व्यापार में मनचाहा फल मिलेगा। शिक्षा के क्षेत्र के लोगों को कामायबी प्राप्त होगी।
तुला- तुला राशि के जातकों के लिए यह गोचर सुखद परिणाम लेकर आया है। गजलक्ष्मी राजयोग से इस राशि के जातकों के सभी रुके हुए काम बनने लगेंगे। इस दौरान जिस भी कार्य में हाथ डालेंगे, सफलता हाथ लगेगी। योग के प्रभाव से कहीं से अचानक धन की प्राप्ति हो सकती है।
मीन- गुरु ने मीन से ही मेष राशि में गोचर किया है। हालांकि, गजलक्ष्मी राजयोग का फायदा इस राशि के जातकों को भी मिलता हुआ दिख रहा है। इस दौरान आर्थिक लाभ होने से स्थिति मजबूत होगी। करियर में तरक्की के अवसर बनेंगे। नौकरी में इंक्रीमेंट और प्रमोशन के योग भी बन रहे हैं।