स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : वैदिक ज्योतिष के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि ग्रह (Shani Dev) मजबूत है तो व्यक्ति को सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। तुला राशि में शनि को उच्च का माना जाता है। यहां शनि उच्च का होने का अर्थ है बलवान होना। यह जातकों को मेहनती, मेहनती और न्यायप्रिय बनाता है। साथ ही इसके प्रभाव से व्यक्ति को कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है। यह व्यक्ति को धैर्यवान भी बनाता है। यदि कुंडली में शनि देव उच्च या लग्न में हों तो व्यक्ति स्वस्थ रहता है और उसकी आयु पूर्ण होती है।
कैसे करें पता शनि मजबूत या कमजोर है?
- जब आप अधिकतर अलग और उदास महसूस करते हैं तो समझें आपकी कुंडली में शनि कमजोर स्थिति में है।
- अगर आपको लगातार आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है तो समझें आपकी कुंडली में शनि कमजोर है।
- कड़ी मेहनत करने के बाद भी आपको सफलता नहीं मिल रही है तो इसका कारण शनि की कमजोर स्थिति हो सकती है।
- जब जातक की कुंडली में शनि कमजोर होता है तो व्यक्ति के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।