स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 20 मई दोपहर 03 बजकर 58 मिनट पर होगी और 21 मई को शाम 05 बजकर 39 मिनट पर इसका समापन होगा। ऐसे में सोम प्रदोष व्रत 20 मई को किया जाएगा।
पूजा विधि: प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें। फिर मंदिर की अच्छे से साफ-सफाई करने के बाद चौकी पर कपड़ा बिछाकर भगवान शिव और मां पार्वती की प्रतिमा विराजमान करें। इसके बाद शिव को बिल्वपत्र, शमी के फूल और धतूरा आदि अर्पित करें और मां पार्वती को शृंगार की चीजें चढ़ाएं। फिर दीपक जलाकर आरती करें। प्रभु के मंत्रों का जाप और शिव चालीसा का पाठ करें। इसके बाद अंत में भगवान शिव को दही और घी समेत आदि चीजों का भोग लगाएं।