स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : एकादशी स्वयं विष्णुप्रिया है। इसलिए इस दिन व्रत, जप-तप, दान-पुण्य करने से प्राणी श्री हरि का सानिध्य प्राप्त कर जीवन-मरण के बंधन से मुक्त होकर मोक्ष को प्राप्त करता है। माना जाता है की एकादशी में ब्रह्महत्या सहित समस्त पापों का शमन करने की शक्ति होती है। इस दिन मन, कर्म, वचन द्वारा किसी भी प्रकार का पाप कर्म करने से बचने का प्रयास करना चाहिए और तामसिक आहार के सेवन से दूर रहना चाहिए। वरुथिनी एकादशी का व्रत करने से मनचाहे फल की भी प्राप्ति होती है।