स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज: कई लोगों का मानना है कि रथ यात्रा का आयोजन इसलिए किया गया था ताकि दादा कृष्ण की रासलीला (Rasleela) की कहानी बहन सुभद्रा के कानों तक न पहुँच पाए। पौराणिक कथाओं में प्रचलित एक कथा के अनुसार कृष्ण (Krishna) की रासलीला की कहानी सुनाने के लिए कृष्ण की सभी रानी मां ने रोहिणी से अनुरोध किया। उस समय रोहिणी सोचती है कि बहन सुभद्रा को नहीं सुनना चाहिए। इसलिए उसने सुभद्रा (Subhadra) को कृष्ण और बलराम के साथ रथ यात्रा पर भेजा। उस समय तीनों भाई-बहनों को एक साथ देखकर नारद बहुत प्रसन्न हुए। उन्होंने प्रार्थना की कि हर साल तीनों भाई-बहन रथ पर सवार होकर उनके दर्शन करें। उसी से रथ यात्रा (rath yaatra) का प्रारंभ कहा जाता है।