स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : इस दिन भक्त सुबह जल्दी उठते हैं और स्नान करते हैं। इसके बाद भगवान शिव के सामने व्रत रखने का संकल्प लें। एक वेदी बनाएं और उसे विधि के अनुसार सजाएं। फिर शिव परिवार की मूर्ति स्थापित करें। इसमें पंचामेराइट लगाएं। भगवान शिव को चंदन का तिलक लगाएं और माता पार्वती को हल्दी का तिलक लगाएं। घी का दीपक जलाएं फिर कृपया कुंजी प्रदान करें। सफेद पुष्पांजलि अर्पित करें। पूजा में बेलपत्र अवश्य शामिल करें।
पूजा में हल्दी, तुलसी और केतकी के फूल का प्रयोग न करें। शिव चालीसा का पाठ करें। आरती के साथ पूजा संपन्न करें। पूजा के दौरान हुई गलतियों के लिए क्षमा मांगें। अगली सुबह शिव प्रसाद से अपना व्रत खोलें। इस दिन महामृत्युंजय मंत्र का भी जाप किया जाता है। ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धि पुष्टिवर्धनम्। उर्वल्कमिफ बंडानान मेरिटिहोमकोचिया मम्लितात।