एएनएम न्यूज, ब्यूरो: रविवार को गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (GTA) के मुख्य कार्यकारी अनित थापा (Anit Thapa) ने कहा कि पश्चिम बंगाल से गोरखालैंड राज्य बनाने के लिए भाजपा को "राजनीतिक इच्छाशक्ति" की जरूरत है। थापा, जो भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा (बीजीपीएम) सुप्रीमो भी हैं, उन्होंने जोर देकर कहा कि गोरखालैंड (Gorkhaland) मुद्दा सभी को पता है और किसी त्रिपक्षीय वार्ता (केंद्र, गोरखा पार्टियों और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच) की कोई आवश्यकता नहीं है।
जानकारी के मुताबिक गोरखालैंड राज्य के प्रस्तावक उत्तरी पश्चिम बंगाल (West Bengal) में नेपाली भाषी भारतीय गोरखाओं के लिए एक राज्य के निर्माण की मांग करते हैं, जहां वे बड़ी संख्या में रहते हैं। थापा ने चाय बागान निवासियों को वर्तमान में उनके पास मौजूद भूमि के पूरे पार्सल के 'पट्टे' के वितरण की मांग पर जोर देने के लिए 'मेरो ज़मीन, मेरो अधिकार' (मेरी भूमि, मेरा अधिकार) अभियान भी शुरू किया है। एक रैली को संबोधित करते हुए थापा ने कहा कि “हमारी चाहत गोरखालैंड है, लेकिन जो इसे हकीकत बना सकते हैं उनकी ऐसी कोई चाहत नहीं है। हमें अपने दिलो-दिमाग में गोरखालैंड की चाहत को कमजोर नहीं करना चाहिए। हालाँकि, जब तक गोरखालैंड हासिल नहीं हो जाता, हमें अपनी जगह बेहतर बनानी चाहिए ताकि हर कोई शांति से रह सके और आजीविका गतिविधियाँ चला सके।”